ICICI Bank से जुड़ी हालिया महत्वपूर्ण खबरें (16 फरवरी 2025 तक)

1. ICICI Prudential Asset Management की संभावित लिस्टिंग

ICICI Bank और ब्रिटिश इंश्योरेंस कंपनी Prudential मिलकर ICICI Prudential Asset Management नामक एक जॉइंट वेंचर चलाते हैं। इस वेंचर में Prudential की 49% हिस्सेदारी है, जबकि बाकी 51% हिस्सेदारी ICICI Bank के पास है।
अब Prudential अपनी हिस्सेदारी बेचकर इसे शेयर बाजार में सूचीबद्ध (list) करने की योजना बना रहा है। इस लिस्टिंग से मिलने वाला पैसा Prudential के निवेशकों को लौटाया जा सकता है।
हालांकि, ICICI Bank ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस कंपनी में अपनी बहुमत हिस्सेदारी (majority stake) बनाए रखेगा और लंबी अवधि के लिए इससे जुड़ा रहेगा

👉 इसका असर:

  • अगर यह लिस्टिंग होती है, तो यह भारत के एसेट मैनेजमेंट सेक्टर में बड़ी हलचल पैदा कर सकती है।
  • ICICI Bank को इससे लंबी अवधि में फायदा मिल सकता है, क्योंकि इसका बिज़नेस मॉडल मजबूत बना रहेगा।
  • इससे नए निवेशकों को ICICI Prudential Asset Management में हिस्सेदारी लेने का मौका मिलेगा

2. वित्तीय प्रदर्शन (Financial Performance)

ICICI Bank ने दिसंबर 2024 में समाप्त तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया

  • शुद्ध मुनाफा (Net Profit) में 14.8% की वृद्धि हुई और यह ₹117.92 अरब (₹11,792 करोड़) तक पहुंच गया।
  • कुल लोन (Total Loans) में 13.9% की बढ़ोतरी हुई, जिससे बैंक के कारोबार में मजबूती आई।
  • शुद्ध ब्याज आय (Net Interest Income) 9.1% बढ़कर ₹203.71 अरब (₹20,371 करोड़) हो गई
  • गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (NPA) का अनुपात 1.96% रहा, जो यह दर्शाता है कि बैंक की संपत्तियां स्थिर और मजबूत हैं।

👉 इसका असर:

  • यह बैंक के निवेशकों और शेयरधारकों के लिए सकारात्मक खबर है, क्योंकि बैंक की लाभप्रदता (profitability) मजबूत बनी हुई है
  • लोन में बढ़ोतरी का मतलब है कि बैंक ने ज्यादा ग्राहकों को उधार दिया है, जिससे उसका कारोबार बढ़ा है।
  • कम NPA (Non-Performing Assets) यह दिखाता है कि बैंक की क्रेडिट क्वालिटी अच्छी बनी हुई है, यानी उधार देने की नीति मजबूत है।

3. नियामकीय स्थिति (Regulatory Status)

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने ICICI Bank को एक “Domestic Systemically Important Bank (D-SIB)” के रूप में फिर से मान्यता दी है

  • D-SIB का मतलब यह होता है कि यह बैंक भारत के बैंकिंग सिस्टम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है
  • अगर यह बैंक किसी संकट में आता है, तो पूरी बैंकिंग प्रणाली पर असर पड़ सकता है।
  • D-SIB के रूप में ICICI Bank को अतिरिक्त पूंजी (capital buffer) बनाए रखने की जरूरत होगी, जिससे कि यह किसी भी वित्तीय जोखिम से बच सके।

👉 इसका असर:

  • ICICI Bank का भरोसा और प्रतिष्ठा और मजबूत होगी, क्योंकि इसे एक महत्वपूर्ण बैंक माना गया है।
  • निवेशकों और ग्राहकों को यह भरोसा मिलेगा कि यह बैंक सुरक्षित और स्थिर बना रहेगा
  • बैंक को अतिरिक्त पूंजी भंडार रखना होगा, जिससे यह किसी भी संभावित आर्थिक संकट का सामना कर सके।

निष्कर्ष:

ICICI Bank की हालिया गतिविधियां दर्शाती हैं कि यह बैंक मजबूत वित्तीय प्रदर्शन, रणनीतिक विस्तार और नियामकीय स्थिरता बनाए रखने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

  • ICICI Prudential Asset Management की लिस्टिंग से नए निवेशकों को अवसर मिल सकता है
  • बैंक का मुनाफा और लोन ग्रोथ मजबूत बनी हुई है
  • RBI की D-SIB सूची में बने रहने से बैंक की विश्वसनीयता और अधिक बढ़ गई है

कुल मिलाकर, ICICI Bank की मौजूदा स्थिति निवेशकों और ग्राहकों के लिए सकारात्मक संकेत देती है।